सोमवार, 14 मई 2012

गणेश जी को ठंडी लगी !

 

गणेश जी को गर्मी में ठंडी का एहसास !
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6 टिप्‍पणियां:

  1. नीलकंठ ने विष पिया, लगी बदन में आग |
    गंग-चन्द्र तन भस्म है, गले में डाला नाग |

    गले में डाला नाग, हुए कैलाश निवासी |
    मना रहे आनंद, बने है घट घट वासी |

    पर शंकर परिवार, ठंड से कांप रहा है |
    पड़ी जलानी आग, गणेशा ताप रहा है ||

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  2. मित्रों चर्चा मंच के, देखो पन्ने खोल |

    पैदल ही आ जाइए, महंगा है पेट्रोल ||

    --

    बुधवारीय चर्चा मंच

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