जब भी चाहूँ ,कर लेता हूँ अपने मन की !
वाह जी जय हो जूनियर त्रिवेदी जी की जय । माट साब चित्र बनाते हुए छोटे चित्रकार जी को ढेर स्नेहाशीष :)
V nice beta ! Keep it up :-)
वाह!...खूबसूरत।
उत्कृष्ट प्रस्तुति सोमवार के चर्चा मंच पर ।।
कछुवा कुछ भी न छुवा, हाथी काटे केक ।बन्दर केला खाय के, छिलका देता फेंक ।छिलका देता फेंक, फिसल कर गैंडा गिरता ।बेहद मोटी खाल, हिरन से जाकर भिड़ता ।चिड़िया हंसती जाय, देख के नाटक सारा ।जन्म-दिवस का केक, फेंक के हाथी मारा ।।
वाह कितना प्यारा चित्र!
बहुत सुंदर सुंदर चित्र आप बनाते हैबनाते चलियेगा खूब बनाईयेगा पर थोड़ा बहुत समय ही इसमें लगाईयेगाज्यादा समय अभी किताबों में ही आप खपाइयेगा !!!
आपकी नायाब पोस्ट और लेखनी ने हिंदी अंतर्जाल को समृद्ध किया और हमने उसे सहेज़ कर , अपने बुलेटिन के पन्ने का मान बढाया उद्देश्य सिर्फ़ इतना कि पाठक मित्रों तक ज्यादा से ज्यादा पोस्टों का विस्तार हो सके और एक पोस्ट दूसरी पोस्ट से हाथ मिला सके । रविवार का साप्ताहिक महाबुलेटिन लिंक शतक एक्सप्रेस के रूप में आपके बीच आ गया है । टिप्पणी को क्लिक करके आप सीधे बुलेटिन तक पहुंच सकते हैं और अन्य सभी खूबसूरत पोस्टों के सूत्रों तक भी । बहुत बहुत शुभकामनाएं और आभार । शुक्रिया
सस्नेह बहुत२ बधाई,,,,,,RECENT POST काव्यान्जलि ...: आदर्शवादी नेता,
बहुत सुंदर बनाया है....
बहुत सुंदर चित्र ! :)May God Bless You !!!
सभी साथियों का स्नेह के लिए आभार !
सुंदर चित्र !
वाह जी जय हो जूनियर त्रिवेदी जी की जय । माट साब चित्र बनाते हुए छोटे चित्रकार जी को ढेर स्नेहाशीष :)
जवाब देंहटाएंV nice beta ! Keep it up :-)
जवाब देंहटाएंवाह!...खूबसूरत।
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट प्रस्तुति सोमवार के चर्चा मंच पर ।।
जवाब देंहटाएंकछुवा कुछ भी न छुवा, हाथी काटे केक ।
जवाब देंहटाएंबन्दर केला खाय के, छिलका देता फेंक ।
छिलका देता फेंक, फिसल कर गैंडा गिरता ।
बेहद मोटी खाल, हिरन से जाकर भिड़ता ।
चिड़िया हंसती जाय, देख के नाटक सारा ।
जन्म-दिवस का केक, फेंक के हाथी मारा ।।
वाह कितना प्यारा चित्र!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर सुंदर
जवाब देंहटाएंचित्र आप बनाते है
बनाते चलियेगा
खूब बनाईयेगा
पर थोड़ा बहुत
समय ही
इसमें लगाईयेगा
ज्यादा समय अभी
किताबों में ही
आप खपाइयेगा !!!
आपकी नायाब पोस्ट और लेखनी ने हिंदी अंतर्जाल को समृद्ध किया और हमने उसे सहेज़ कर , अपने बुलेटिन के पन्ने का मान बढाया उद्देश्य सिर्फ़ इतना कि पाठक मित्रों तक ज्यादा से ज्यादा पोस्टों का विस्तार हो सके और एक पोस्ट दूसरी पोस्ट से हाथ मिला सके । रविवार का साप्ताहिक महाबुलेटिन लिंक शतक एक्सप्रेस के रूप में आपके बीच आ गया है । टिप्पणी को क्लिक करके आप सीधे बुलेटिन तक पहुंच सकते हैं और अन्य सभी खूबसूरत पोस्टों के सूत्रों तक भी । बहुत बहुत शुभकामनाएं और आभार । शुक्रिया
जवाब देंहटाएंसस्नेह बहुत२ बधाई,,,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST काव्यान्जलि ...: आदर्शवादी नेता,
बहुत सुंदर बनाया है....
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चित्र ! :)
जवाब देंहटाएंMay God Bless You !!!
सभी साथियों का स्नेह के लिए आभार !
जवाब देंहटाएंसुंदर चित्र !
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