जब भी चाहूँ ,कर लेता हूँ अपने मन की !
डौले डोरेमान के, लेते मन को मोह |मदद सदा मेरी करे, घुसकर कंदर-खोह |घुसकर कंदर-खोह, ढूँढ़ प्रश्नों के उत्तर |पर नटखट सिन्चैन, उड़ा दे बना कबुत्तर |सुधरे किन्तु जरूर, होयगा हौले हौले |हँसता डोरेमान, देख नटखट के डौले |
आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति का लिंक लिंक-लिक्खाड़ पर है ।।
आपका आभार .....
अभिसार को ढेर सारा प्यार।
आभार आपका !
सस्नेह अभिसार को ढेर सारा प्यार,,,recent post: बात न करो,
मंगलमय नव वर्ष हो, फैले धवल उजास ।आस पूर्ण होवें सभी, बढ़े आत्म-विश्वास ।बढ़े आत्म-विश्वास, रास सन तेरह आये ।शुभ शुभ हो हर घड़ी, जिन्दगी नित मुस्काये ।रविकर की कामना, चतुर्दिक प्रेम हर्ष हो ।सुख-शान्ति सौहार्द, मंगलमय नव वर्ष हो ।।
डौले डोरेमान के, लेते मन को मोह |
जवाब देंहटाएंमदद सदा मेरी करे, घुसकर कंदर-खोह |
घुसकर कंदर-खोह, ढूँढ़ प्रश्नों के उत्तर |
पर नटखट सिन्चैन, उड़ा दे बना कबुत्तर |
सुधरे किन्तु जरूर, होयगा हौले हौले |
हँसता डोरेमान, देख नटखट के डौले |
आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति का लिंक लिंक-लिक्खाड़ पर है ।।
जवाब देंहटाएंआपका आभार .....
हटाएंअभिसार को ढेर सारा प्यार।
जवाब देंहटाएंआभार आपका !
हटाएंसस्नेह अभिसार को ढेर सारा प्यार,,,
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मंगलमय नव वर्ष हो, फैले धवल उजास ।
जवाब देंहटाएंआस पूर्ण होवें सभी, बढ़े आत्म-विश्वास ।
बढ़े आत्म-विश्वास, रास सन तेरह आये ।
शुभ शुभ हो हर घड़ी, जिन्दगी नित मुस्काये ।
रविकर की कामना, चतुर्दिक प्रेम हर्ष हो ।
सुख-शान्ति सौहार्द, मंगलमय नव वर्ष हो ।।