जब भी चाहूँ ,कर लेता हूँ अपने मन की !
गुरुवार, 22 मार्च 2012
...कुछ चित्रकारी हो जाए !
आशी बिटिया(आस्था) ने , जिसने दसवीं के इम्तहान दिए हैं,
फुरसत में यह सब किया!
आशी के द्वारा
आशी का एक और चित्र
और छोटे महाराज (अभिसार) अभी भी तल्लीन हैं.नीचे के चित्र इनके द्वारा !
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